हनुमान चालीसा का उचित समय: रात को कितने बजे करें?
हनुमान चालीसा का उचित समय
परिचय: हनुमान चालीसा का उचित समय हिंदू धर्म में हनुमान जी को एक प्रतिष्ठित देवता माना जाता है जिनके नाम का लेना ही शुभ माना जाता है। हनुमान चालीसा एक ऐसा विशेष पाठ है, जो हनुमान जी की पूजा-अर्चना में प्रयोग किया जाता है। हनुमान चालीसा पढ़ने का उचित समय कोई नहीं होता है, लेकिन विशेष रूप से रात को समय निकालकर इसे पढ़ने का सुझाव दिया जाता है। रात्रि में चंद्रमा और सितारे भी सब तरह की ऊर्जा उत्पन्न करते हैं जो दिन में नहीं होती है। इसलिए, रात्रि में हनुमान चालीसा पढ़ने से उसके जप से बड़ा पुण्य मिलता है। हनुमान चालीसा को पढ़ने का और भी कुछ समय जैसे सवेरा वक्त, पहले अपराह्न के समय भी अच्छा माना जाता है, लेकिन अधिकाँश लोग इसे रात्रि में पढ़ना पसंद करते हैं। सुबह उठकर हनुमान चालीसा पढ़ने से दिन भर की कार्यभार और टेंशन से मुक्ति मिलती है। दिन भर के काम के बाद उत्सुकता से हनुमान चालीसा पढ़ने से भी मन को अधिक संतुष्टि मिलती है। जब हम नींद से उठते हैं, उस समय से आधी रात तक का समय हमारे लिए अधिक महत्वपूर्ण होता है। हनुमान चालीसा का पढ़ना हर चारों पहर में महत्वपूर्ण होता है। इसका जप रोज किया जा सकता है। संक्षिप्त में: हनुमान चालीसा को सबसे अच्छा रात्रि के समय पढ़ना चाहिए। यदि रात को नहीं, तो सुबह की सुनहरी धूप के समय भी इस स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं।
हनुमान चालीसा कब नहीं पढ़ना चाहिए
हनुमान चालीसा का पाठ करने से जीवन के हर दुख और हर संकट दूर हो जाते हैं। दानव-पिशाच से होने वाली समस्याओं में हनुमान चालीसा को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान चालीसा का पाठ करने वालों को बेहद सख्त नियमों का पालन करना पड़ता है और कुछ समय ऐसे भी होते हैं जब हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए। यहां हम उन्हीं के बारे में बता रहे हैं।
दूसरी महिला से दूरी
हनुमान चालीसा का पाठ करने वालों को पराई स्त्रियों पर कुदृष्टि नहीं डालनी चाहिए। अर्थात यदि आप विवाहित हैं तो कभी भी पराई स्त्री से संबंध नहीं बनाना चाहिए। और यदि कुंवारे हैं तो विवाह होने तक प्रत्येक महिला को सम्मान की नजरों से देखना चाहिए। परई स्त्रियों पर कुदृष्टि डालने वाले को हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए।
हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे | 𝟑, 𝟓, 𝟕, 𝟖, 𝟏𝟏, 𝟏𝟎𝟎 या 𝟏𝟎𝟖 बार हनुमान चालीसा पढने से फायदे
क्या आपको पता है कि कलयुग में भगवान हनुमान ही एक ऐसे देवता हैं जो आज भी इस प्रकृति के साथ हर पल विचरण करते रहते हैं. इसीलिए हनुमान जी को जागृत देवता भी कहा जाता है. हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा से बढ़कर कोई भी अन्य सरल उपाय नहीं है. जो व्यक्ति रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करता है। उसको बहुत ही अनोखे फायदे मिलते हैं. जिनकी चर्चा आज हम यहां करने जा रहे हैं. यदि आप हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं या अब शुरू करने जा रहे हैं तो आपको हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे जरूर पता होने चाहिए. यहां हम आपको तीन बार हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होता है. 100 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे, 11 बार हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होता है, 8 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे क्या हैं, 5 बार या 7 बार हनुमान चालीसा रोजाना पढ़ने से क्या फायदे होते हैं, हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे से संबंधित सारी जानकारी शास्त्रविधि के अनुसार दी जा रही है. कितनी बार में कितने फायदे या किस प्रकार के फायदे आपको हनुमान चालीसा पढ़ने से मिल सकते हैं. पूरी जानकारी दी जा रही है. इसके अलावा हनुमान चालीसा का पाठ कैसे किया जाता है. इसके क्या क्या नियम है हनुमान चालीसा पाठ विधि से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी भी यहां दी जा रही है. जो आपको बिल्कुल भी इग्नोर नहीं करनी चाहिए. तो आइए जय जय बजरंगबली।। हनुमान जी का स्मरण करते हुए इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें.
हनुमान चालीसा करते समय सावधानियां
Hanuman Chalisa:मान्यता है कि बजरंगबली की पूजा करने से भक्तों के सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं और उनके जीवन में हमेशा खुशियां बनी रहती हैं। इस दिन हनुमान चालीसा के पाठ का भी विशेष महत्व है। आइए जानते हैं इससे जुड़े कुछ नियम।
Hanuman Chalisa: प्रत्येक दिन प्रत्येक देवता की विशेष पूजा की जाती है। मंगलवार का दिन मारुति यानी हनुमान को समर्पित है। इस दिन बजरंगबली की विशेष पूजा होती है। साथ ही इस दिन मंत्र जाप से भी हनुमान जी प्रसन्न होते हैं। इस विशेष दिन पर हनुमान को समर्पित विभिन्न भजनों और चालीसाओं का पाठ भी किया जाता है। शास्त्रों में बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा बहुत उपयोगी बताई गई है। हनुमान चालीसा का पाठ करने से भक्तों को कई तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित हनुमान चालीसा आम लोगों के लिए बड़ी आसानी से उपलब्ध है। मान्यता है कि बजरंगबली की पूजा करने से भक्तों के सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं और उनके जीवन में हमेशा खुशियां बनी रहती हैं। इस दिन हनुमान चालीसा के पाठ का भी विशेष महत्व है। आइए जानते हैं हनुमान चालीसा के जाप के नियम और महत्व।
हनुमान जी सभी महिलाओं को माता के समान मानते थे। उन्हें किसी भी स्त्री का अपने आगे झुकना नहीं भाता है क्योंकि वह स्वयं स्त्री जाती को नमन करते हैं। इसलिए उनकी पूजा में कई ऐसे कार्य है जिन्हे महिलाओं को नहीं करना चाहिए ।